Naya saal ki shayari
“दीवानगी मे कुछ ऐसा कर जाएंगे।
महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे,
वादा है तुमसे दिल बनकर तुम धड़कोगे
और सांस बनकर हम आएँ गे।।”
महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे,
वादा है तुमसे दिल बनकर तुम धड़कोगे
और सांस बनकर हम आएँ गे।।”
मेरे दिल ने जब भी दुआ माँगी है,
तुझे माँगा है तेरी वफ़ा माँगी है,
जिस मोहब्बत को देख के दुनिया को रश्क
आये तेरे प्यार करने की वो अदा माँगी है।
तुझे माँगा है तेरी वफ़ा माँगी है,
जिस मोहब्बत को देख के दुनिया को रश्क
आये तेरे प्यार करने की वो अदा माँगी है।
तू चाँद मैं सितारा होता,
आसमान में एक आसिया हमारा होता।
लोग तुझे दूर से देखा करते और सिर्फ पास रहने का हक हमारा होता।
उनके दीदार के लिए दिल तड़पता है,
उनके इंतजार में दिल तरसता है,
क्या कहें इस कम्बख्त दिल को..
अपना हो कर किसी और के लिए धड़कता है।
सिस्म छू ने से मोहब्बत नहीं होती
इश्क़ वो जज़्बा है जिसे ईमान कहते हैं
हमारा जिक्र भी अब जुर्म हो गया है वहाँ,
दिनों की बात है महफिल की आबरू हम थे,
ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर,
होश आया तो देखा लहू लहू हम थे।
चाहत है या दिल्लगी या यूँ ही मन भरमाया है,याद करोगे तुम भी कभी किससे दिल लगाया है।
Naya saal ki shayari
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